प्रशांत किशोर सासाराम जिले के कोनार गांव के हैं लेकिन उनके पिता श्रीकांत पांडे एक डॉक्टर थे जो बक्सर में स्थानांतरित हो गए वहां प्रशांत किशोर ने अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी की कथित की, आरंभ में सार्वजनिक स्वास्थ्य में प्रशिक्षित, किशोर ने भारतीय राजनीति में प्रवेश करने से पहले 8 वर्षों तक संयुक्त राष्ट्र के लिए काम किया है
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प्रशांत किशोर का व्यक्तिगत जीवन और करियर
प्रशांत किशोर सासाराम जिले के कोनार गांव के हैं लेकिन उनके पिता श्रीकांत पांडे एक डॉक्टर थे जो बक्सर में स्थानांतरित हो गए वहां प्रशांत किशोर ने अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी की कथित की ,संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में उन्हें काम करने में मजा नहीं आया फिर उन्हें चार्ट में डिवीजन सिर के रूप में उत्तर मध्य अफ्रीका देश भेजा गयाप्रशांत किशोर की मुलाकात नरेंद्र मोदी से ऐसे हुई थी
उन्होंने 4 साल तक काम किया उसके बाद उन्होंने भारत के समृद्ध उच्च विकास वाले राज्यों में कुपोषण पर एक रिसर्च पेपर लिखा जिसमें महाराष्ट्र गुजरात हरियाणा कर्नाटक राज्यों में कुपोषण की स्थिति पर लिखा इन राज्यों में गुजरात सबसे नीचे था यह पढ़कर तत्कालीन गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी ने प्रशांत किशोर को फोन किया और पीके को गुजरात के लिए काम करने को आमंत्रित कियाCAG और आम चुनाव अभियान
2013 में किशोर ने भारत के में 2014 के आम चुनाव की तैयारी के लिए एक मीडिया और प्रचार कंपनी सिटीजन ऑफ अकाउंटेबल गवर्नेंस ( CAG) का निर्माण किया
2014 में नरेंद्र मोदी का प्रचार अभियान संभाला
2014 में उन्होंने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले बीजेपी को लोकसभा चुनाव जीतने में मदद की और पार्टी देश में पूर्ण बहुमत के साथ आई वह भाजपा के चुनाव पूर्व अभियान के प्रमुख रणनीति कारकों में से एक थे ऐसा कहा जाता है कि प्रशांत किशोर का दिमाग था जिसने चाय पर चर्चा, मंथन 3D रेलिया ,ऑनलाइन प्रचार ,और बीजेपी के लिए और भी बहुत कुछ किया कुछ समय बाद प्रशांत सुनने राजनीतिक रणनीतियों के साथ बीजेपी का साथ छोड़ दिया और कुछ संघर्षों के कारण अलग होने का फैसला किया
कैप्टन अमरिंदर सिंह से जुड़े
प्रशांत किशोर 2017 में कैप्टन अमरिंदर सिंह से जुड़े और पंजाब चुनाव में उनके लिए काम किया, कैप्टन हर-घर में एक जाना पहचाना नाम बन गया क्योंकि किशोर किशोर फैशनेबल नारों के साथ आए काफी दी कप्तान और पंजाब दा कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुल 117 सीटों में से 77 सीटों के साथ जीत हासिल की पंजाब के कम कैप्टन उनके नाम का भी बड़े पैमाने पर और सार्वजनिक रूप से उनकी शरहाना की
सिटीजन ऑफ अकाउंटेबल गवर्नेंस ( CAG) के साथ पार्टी जीती
इस तरह प्रशांत किशोर का करवा बढ़ता ही गया उन्होंने एक समर्पित राजनीतिक के रूप में भारतीय जनता पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, वाईएसआर कांग्रेस, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस,आम आदमी पार्टी, और अन्य राजनितिक दलों को मदद करके चुनाव जीतने में मदद की,
प्रशांत किशोर ने बताया तीसरी बार पीएम मंत्री ही क्या-क्या करेंगे मोदी
प्रशांत किशोर ने कहा कि राज्यों के पास वर्तमान में राजस्व की तीन प्रमुख स्रोत हैं पेट्रोलियम शराब और भूमि ऐसे में मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर पेट्रोलियम को जीएसटी के दायरे में लाया जाए,मुझे लगता है कि मोदी 3.0 सरकार दावेदार शुरू करेगी केंद्र के पास शक्ति और संसाधनों दोनों ही पहले से अधिक होगी राज्य की वित्तीय स्वायत्तता में कटौती करने का भी एक महत्वपूर्ण प्रयास हो सकता है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई व्यापक गुस्सा नहीं है इसलिए भाजपा लगभग 303 सीटे जीतेगी
प्रशांत किशोर ने राज्य के तीन प्रमुख राजस्व के स्रोत बताएं
प्रशांत किशोर ने कहा कि राज्य के पास वर्तमान में राजस्व के तीन प्रमुख स्रोत हैं पेट्रोलियम शराब और भूमि ऐसे में मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर पेट्रोलियम को जीएसटी के दायरे में लाया जाएजन सुराज अंदोलन शुरु किया है
सही लोगों को एक साथ जोड़कर, एक सही सोच के साथ समाज के समग्र विकास के लिए एक नयी राजनैतिक व्यवस्था बनाने का सामूहिक प्रयास।
जन सुराज की परिकल्पनाएं
स्वतंत्रता के बाद 50 के दशक में भारत के अग्रणी राज्यों में शामिल बिहार आज देश का सबसे पिछला और गरीब राज्य है आज गरीबी अशिक्षित बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे समस्याओं से लोगों का या बुरा हाल है अब समय है स्थिति को बदलने का और लोगों के जीवन में बेहतरीन के लिए बिहार की व्यवस्थाओं में आमूल परिवर्तन का संकल्प केसाथ और आने वाले 10 सालों में बिहार के देश के शीर्ष राज्यों की श्रेणी में शामिल करने के लिए जान स्वराज का यह अभियान समाज के सभी लोगों को जोड़कर एक सही सोच के साथ सामूहिक प्रयासों के जरिए एक ऐसी व्यवस्था बनाने की कोशिश है जिसमें सत्ता परिवर्तन सही महीना में व्यवस्था परिवर्तन का जरिया है
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